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Baba Siddiqui Murder Case: शिव कुमार के साथी से पूछताछ में मिले सबूत, 50,000 रुपये हुए बरामद

Baba Siddiqui Murder Case: मुंबई के एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला अब और गंभीर होता जा रहा है। इस हत्याकांड की जांच में जुटी मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच ने बहरीच के गंदारा गांव में अपना डेरा जमा रखा है। पुलिस की यह टीम शिवकुमार गौतम उर्फ़ शिवानंद और धरमपाल कश्यप, जो पहले ही गिरफ़्तार हो चुका है, के आसपास रहने वाले लोगों से लारेंस बिश्नोई गैंग के संभावित संपर्कों की तलाश कर रही है।

बहरीच में शिवकुमार के संपर्कों की तलाश

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को शिवकुमार के एक सहयोगी हरिश को गंदारा गांव से हिरासत में लिया और उससे गहन पूछताछ की। पुलिस को उससे कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। हरिश का स्क्रैप खरीदने का व्यवसाय था और 19 वर्षीय शिवकुमार ने काम की तलाश में उससे संपर्क किया था।

पुलिस को अब यह पता लगाने की कोशिश है कि आखिर शिवकुमार कैसे और कब मुंबई पहुंचा और वह लारेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में कैसे आया।

हत्या की साजिश पुणे में रची गई

जांच में खुलासा हुआ है कि हत्या की पूरी साजिश पुणे में रची गई थी। यहां पर शूटरों को ₹50,000 की राशि दी गई और साथ ही बाबा सिद्दीकी की फोटो और प्लेक्स बैनर दिया गया, ताकि वे आसानी से अपने लक्ष्य की पहचान कर सकें। इसके बाद शूटरों ने बाबा सिद्दीकी की रेकी की और 12 अक्टूबर को हत्या को अंजाम दिया।

मध्य प्रदेश में मुंबई पुलिस की छानबीन

मुंबई पुलिस ने शिवकुमार और उसके साथियों की तलाश में मध्य प्रदेश के उज्जैन और ओंकारेश्वर में भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि हत्या के बाद, आरोपी उज्जैन या ओंकारेश्वर में मिलने वाले थे, जिसके बाद पुलिस ने वहां की स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की।

Baba Siddiqui Murder Case: शिव कुमार के साथी से पूछताछ में मिले सबूत, 50,000 रुपये हुए बरामद

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमनंद कुशवाहा ने बताया कि हरिश एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था और पिछले कुछ महीनों से गांव में रह रहा था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, लेकिन उन्होंने इस पर कोई जानकारी देने से इंकार कर दिया कि उन्हें क्या सबूत मिले हैं।

शिवकुमार की तलाश में क्राइम ब्रांच

मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, होटलों और धर्मशालाओं में भी तलाशी अभियान चलाया। शिवकुमार की खोज में मुंबई पुलिस ने उज्जैन और ओंकारेश्वर में दो दिनों तक डेरा डाला हुआ है।

होटल बुकिंग्स की जांच

क्राइम ब्रांच अब शिवकुमार के ठिकाने की तलाश में हवाई अड्डे, रेलवे और एमपी राज्य पर्यटन बोर्ड की होटलों की बुकिंग की जांच कर रही है। शिवकुमार की तस्वीरों को आसपास के शहरों और पुलिस थानों में भेज दिया गया है, ताकि उसे पकड़ने में मदद मिल सके। ओंकारेश्वर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अनूप सिंह सिंधिया ने बताया कि स्थानीय पुलिस भी मुंबई क्राइम ब्रांच को हर संभव सहायता दे रही है।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संबंध की तलाश

मुंबई पुलिस इस मामले में गिरफ्तार हुए धरमपाल और फरार शिवकुमार के संभावित संबंधों की भी जांच कर रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इन दोनों का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कोई संबंध था और अगर था तो यह संबंध कब और कैसे बना।

मुंबई पुलिस इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने शिवकुमार और उसके सहयोगियों के मोबाइल रिकॉर्ड्स की भी जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही, उनके परिवार और दोस्तों के संपर्कों की भी बारीकी से जांच की जा रही है।

जांच की अगली दिशा

मुंबई पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि वे शिवकुमार और उसके सहयोगियों के पीछे हैं और जल्द ही इस हत्याकांड के सभी पहलुओं का खुलासा करेंगे। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां कर सकते हैं।

बाबा सिद्दीकी की हत्या एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी और पुलिस को उम्मीद है कि शिवकुमार की गिरफ्तारी से इस पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सकेगा। पुलिस का मानना है कि शिवकुमार की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले में ठोस सुराग हाथ लग सकते हैं।

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